इंकलाब जिंदाबाद नारे का क्या अर्थ होता है ? जान लीजिये


आज  हम आपको बताने वाले है की शहीद भगत सिंह व उनकी साथी क्रांतिकारी जिस नारे को बुलंद आवाज़ में अंग्रेजो के सामने बोलते थे उसका क्या मतलब है.आज  हम आपको इसी नारे के बारे में जानकारी देने वाले है.


इंक़लाब ज़िन्दाबाद हिन्दुस्तानी भाषा का नारा है, जिसका अर्थ है 'क्रांति की जय हो'। इस नारे को भगत सिंह और उनके क्रांतिकारी साथियों ने दिल्ली की असेंबली में 8 अप्रेल 1929 को एक आवाज़ी बम फोड़ते वक़्त बुलंद किया था। 


अब आप यह तो जान गये की इस नारे का क्या मतलब होता है लेकिन अब मैं आपको बताने वाला हूँ की इस नारे के लेखक कोन थे.किस लेखक की कलम से यह नारा निकला जिसे सुनकर अंग्रेज लोग कांप जाया करते थे.यह नारा मशहूर शायर हसरत मोहानी ने एक जलसे में, आज़ादी-ए-कामिल (पूर्ण आज़ादी) की बात करते हुए दिया था । 


तो आपको इस नारे का अर्थ समझ में आ गया होगा.आपसे निवेदन है की देश भक्त बने और शहीदों का सम्मान करो ।


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